Group Info

Share with your Friends.

my friendsmoo

Updates

  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : मैने मम्मी से पूछा :-
    ये लडकिया क्यों इतने व्रत रखती...  more
    • October 17, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : क्या आपने कभी VCR ka head 10 Rs के नये नोट से साफ़ किया है?

    TV channels को गोल button से घुमा-घुमा के change किया...  more
    • October 17, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : "एक कागज का टुकड़ा
    गवर्नर के हस्ताक्षर से
    नोट बन जाता है,
    जिसे तोड़ने, मरोडने,
    ...  more
    • October 17, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji :
    • October 17, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji :
    • October 17, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji :
    • October 17, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : बचपन में दिवाली पर राकेट छोड़ते हुए अदभुत
    ज्ञान मिला था,
    कि .....
    आसमान छूने के लिए बोतल बहुत जरूरी है...
    • October 17, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : अमेरिका ने मंगल ग्रह खोजने में 147 बिलियन खर्चे
    अब इन्हे कौन समझाये कि हमारे यहाँ तो ₹101 मे ब्रामण इन ग्रहों की दिशा ही बदल देते है
    • October 17, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : Kattapa bahubali karta pan moto...  more
    • October 16, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : मैने मम्मी से पूछा :-
    ये लडकिया क्यों इतने व्रत रखती...  more
    • October 16, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : ज्यारे जीवनमा थाय बधु रमण भमण


    त्यारे ऐकवार जई आवो दीव दमण
    • June 4, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : What a Romantic lines...!!


    कैसी अजीब सी हैं ये मोहब्बत की राहें
    रास्ता वो भटक गये और मंजिल हमारी खो गयी...!!!


    G
    • June 4, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : ज्यारे जीवनमा थाय बधु रमण भमण


    त्यारे ऐकवार जई आवो दीव दमण
    • June 4, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : निकाह के बाद दूल्हा मौलवी से -"आपकी फीस ?"

    मौलवी - "बरखुरदार, बेगम की ख़ूबसूरती के मुताबिक दे दो...  more
    • June 3, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : मै खुश हू कि उसकी नफ़रत का अकेला वारिस हूँ,,,

    वरना मोहब्बत तो उसे कई लोगो से है...
    • May 28, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : उसने पूछा ...कोई आखरी ख्वाइश ?
    ज़ुबान पे फिर " तुम " आ गया BwfAi
    • May 28, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : नफरतों के बाजार में जीने का अलग ही मजा है.
    लोग रूलाना नहीं छोडते
    और जिंदादिल हसना नहीं छोडते ।।
    • May 18, 2015
  • Chirag  Darji
    Chirag Darji : मुजरा देखने गए मेरे दोस्त,
    साथ में मुझे भी ले गये वो....
    सब उसका हुस्न देखते रहे और में उसकी मज़बूरी...!!
    Alone
    • May 18, 2015

(200 symbols max)

(256 symbols max)